जांजगीर चांपा

राजपत्रिका : ग्राम पंचायत तुस्मा में भोजली प्रतियोगिता में 70 वर्षीय राजकुमारी साहू ने मारी बाजी,उम्र को दी मात

जांजगीर चांपा  :  ग्राम पंचायत तुस्मा में रविवार को बड़े ही धूमधाम और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ भोजली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बाजे-गाजे और रंग-बिरंगे फूल-मालाओं से सजे माहौल में ग्रामीणों की भारी भीड़ इस आयोजन को देखने के लिए जुटी। इस प्रतियोगिता में सबसे खास और प्रेरणादायक क्षण वह रहा,जब 70 वर्षीय महिला प्रतिभागी राजकुमारी साहू ने अपने शानदार प्रदर्शन से प्रथम स्थान हासिल किया और सबका दिल जीत लिया।भोजली प्रतियोगिता जो कि भादो के महीने में एक प्रमुख लोक परंपरा के रूप में मनाई जाती है,ग्राम वासियों के बीच मेल-मिलाप और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक मानी जाती है।

इस बार का आयोजन ग्राम पंचायत तुस्मा में अत्यंत उत्साह और उमंग के साथ सम्पन्न हुआ। सुबह से ही महिलाएं और युवतियां रंगीन परिधानों में सज-धजकर, हाथों में सजाए गए भोजली के साथ,गीत-संगीत गाते हुए आयोजन स्थल पर पहुँचीं।प्रतियोगिता में विभिन्न उम्र वर्ग की प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया,लेकिन सभी के लिए आश्चर्य का विषय तब बना,जब राजकुमारी साहू ने अपनी मेहनत,लगन और सटीक प्रस्तुति से सबको पीछे छोड़ दिया। 70 वर्ष की उम्र में भी उनकी ऊर्जा और आत्मविश्वास ने यह साबित कर दिया कि सफलता के लिए उम्र कभी बाधा नहीं बनती।

राजकुमारी साहू ने पुरस्कार प्राप्त करते समय कहा, “जीवन में कुछ भी हासिल करने के लिए केवल मेहनत,समर्पण और हौसला होना चाहिए। उम्र सिर्फ एक संख्या है,असली ताकत मन के जज्बे में होती है।उनके इन शब्दों ने वहां मौजूद लोगों को गहराई से प्रेरित किया।ग्राम पंचायत के सरपंच और आयोजन समिति के सदस्यों ने विजेताओं को पुरस्कार और सम्मान पत्र देकर प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल परंपराएं जीवित रहती हैं,बल्कि समाज में आपसी भाईचारा और सहयोग की भावना भी बढ़ती है।ग्राम वासियों ने भी राजकुमारी साहू की उपलब्धि की भरपूर सराहना की। वहीं आयोजन स्थल पर मौजूद बुजुर्गों ने यह मानने से इनकार कर दिया कि उम्र बढ़ने के साथ सपनों को छोड़ देना चाहिए।

भोजली प्रतियोगिता का समापन सामूहिक भोज और पारंपरिक गीत-संगीत के साथ हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने एक-दूसरे को बधाई दी और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को बड़े पैमाने पर करने का संकल्प लिया।राजकुमारी साहू की जीत ने यह संदेश दिया है कि चाहे कोई भी क्षेत्र हो,यदि मन में जज्बा और हौसला हो,तो कोई भी उम्र परिस्थिति या चुनौती सफलता की राह में रोड़ा नहीं बन सकती। उनकी यह उपलब्धि न केवल तुस्मा गांव के लिए,बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व की बात है।

यह उदाहरण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा कि असली जीत मन की ताकत और दृढ़ निश्चय की होती है। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान राजकुमारी साहू द्वितीय स्थान सावित्री साहू,तृतीय स्थान,दिव्या सिदार,चतुर्थ स्थान केवरा बाई,पंचम स्थान मधु बर्मन,षष्ठम स्थान संध्या,सप्तम स्थान हीना साहू ने प्राप्त किया।

इस बीच जिला पंचायत सदस्य नेहा साहू,जनपद सदस्य दिनेश साहू,ग्राम सरपंच सुष्मिता साहू उप सरपंच गोपी चंद साहू,वीरेंद्र बंजारे,हीरा लाल साहू,मंगलू लहरे,रामनाथ साहू खिलावन साहू दूजा प्रधान,पुनिरामसाहू,परमानंद साहू मौजूद रहे।

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