बालोद

राजपत्रिका : बालोद में रेत माफियाओ ने वरिष्ठ पत्रकार पर किया जानलेवा हमला, अवैध रेत भण्डारण की जांच करने पहुचे थे पत्रकार

बालोद : छत्तीसगढ़ राज्य के बालोद जिले में पत्रकार और रेत भंडारण की जांच करने पहुचे राजस्व दल पर कुख्यात रेत माफिया के गुर्गो ने जानलेवा हमला कर दिया, हमले में अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के जिला अध्यक्ष कृष्णा गंजीर गंभीर रूप से घायल हो गए वही राजस्व विभाग के पटवारी पर भी गुंडातत्वों ने हमला किया है| इस मामले में पुलिस ने कुख्यात रेत माफिया व उसके गुर्गो के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है|

दरअसल गुरूर एसडीएम आर के सोनकर के दिशा निर्देश पर अवैध रेत भंडारण के मामले में गुरूर राजस्व विभाग की टिम जांच पड़ताल हेतू घटना स्थल पर गया हुआ था, जिसमे पत्रकार कृष्णा गंजीर भी न्यूज़ कवरेज करने गए थे इसी दौरान बालोद जिला के कुख्यात रेत माफिया सैंय्या राम भैय्या व उसके गुर्गे ओमू साहू, रवी कुमार साहू के साथ उनके सात गुंडों ने कवरेज करने गए पत्रकार और राजस्व विभाग के पटवारी पर अचानक जानलेवा हमला कर दिया इस हमले में पत्रकार कृष्णा गंजीर बुरी तरह घायल हो गए, घटना में घायल कृष्णा गंजीर की नाक चेहरा,हाथ और पैरों को लोहे की राड से रेत माफियाओं द्वारा हमला किया गया।
अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के जिला अध्यक्ष कृष्णा गंजीर पर जानलेवा हमले की जानकारी मिलने पर जिला सहित प्रदेशभर के पत्रकारों में में काफी गुस्सा और नाराजगी देखा गया वही इस मामले को लेकर जिला के वरिष्ठ पत्रकारों ने कृष्णा गंजीर के ऊपर हमला करने वाले रेत माफियाओं के खिलाफ बिगुल फूंकने का शंखनाद कर दिया है।


अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के जिला अध्यक्ष कृष्णा गंजीर पर जानलेवा हमले की जानकारी मिलने पर जिला सहित प्रदेशभर के पत्रकारों में में काफी गुस्सा और नाराजगी देखा गया वही इस मामले को लेकर जिला के वरिष्ठ पत्रकारों ने कृष्णा गंजीर के ऊपर हमला करने वाले रेत माफियाओं के खिलाफ बिगुल फूंकने का शंखनाद कर दिया है।

बता दें कि बालोद जिला के अंदर प्रशासनिक अधिकारियो के निकम्मेपन के चलते नदियों की छाती को बड़े बड़े चैन मशीनों के जरिए छलनी करते हुए चीरा जा रहा है। उक्त मामले को लेकर कृष्णा गंजीर सहित कई अन्य और पत्रकार साथी लगातार खबर प्रकाशित कर रहे हैं।

अवैध रेत उत्खनन के साथ अवैध रेत भंडारण को लेकर की जा रही खबर से तिलमिला कर एक बार फिर बालोद जिला की सियासी सरजमीं पर लहूलुहान करने की साजिश को अंजाम दिया है हलाकि उक्त मामले पर हमलावरो के खिलाफ पुलिस ने अपराध दर्ज कर तो लिया हैं पर आगे किस तरह की कार्यवाही की जाएगी देखने लायक होगा

मारपीट की असली वजह जानें  –

1. अवैध रेत उत्खनन की शिकायतें लगातार मिल रही थीं – मीडियाकर्मी और स्थानीय लोग इस बात की खबर दे रहे थे कि क्षेत्र में नदियों से अवैध रूप से रेत निकाली जा रही है।

2. जांच के लिए पटवारी को भेजा गया – मंगलवार को पटवारी डोमेंद्र मंडावी को मरकाटोला गांव में रेत भंडारण की जांच के लिए भेजा गया।

3. पत्रकार कवरेज करने पहुंचे – मीडियाकर्मी कृष्णा गंजीर और उनके साथी भी मौके पर कवरेज के लिए पहुंचे।

4. रेत की जानकारी मांगी गई – कृष्णा गंजीर ने रेत सप्लायर ओमू साहू से पूछा कि रेत कहां से लाई गई है।

5. सप्लायर का जवाब – रेत कांकेर जिले के ग्राम तासी से रॉयल्टी पर्ची के माध्यम से लाई गई है।

6. सरपंच का बयान दिखाया गया – इस पर कृष्णा गंजीर ने बताया कि वह खुद तासी के सरपंच से बाइट (सरपंच का पक्ष) लेकर आया है। जिसमें सरपंच ने कहा है कि रॉयल्टी बुक तो मिली है। लेकिन अब तक कोई पर्ची कटी ही नहीं है।

7. विवाद की शुरुआत – सप्लायर की बात और सरपंच के बयान में फर्क होने से विवाद गरमा गया।

8. मारपीट शुरू हो गई – बात इतनी बढ़ गई कि सप्लायर और उसके लोगों ने पत्रकारों पर हमला कर दिया।

अपराध दर्ज, आगे की कार्रवाई जारी – एएसपी

पुरुर टीआई शिशुपाल सिन्हा, एसडीओपी बोनिफास एक्का और एएसपी मोनिका ठाकु इस मामले पर उमेश्‍वर उर्फ ओमू साहू, रविकांत साहू न‍िवासी गुरूर एवं उसके अन्य 7-8 साथियों के खिलाफ BNS की धारा 109, 190, 191(2), 191(3), 296, 351(2) के तहत केस दर्ज किया गया है ।

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