राजपत्रिका : जिला जेल का औचक निरीक्षण, बंदियों की सुविधाओं का लिया गया जायजा

जांजगीर चांपा : जिला जेल खोखरा में आज एक उच्चस्तरीय औचक निरीक्षण हुआ, जिसमें जिले के शीर्ष अधिकारियों ने जेल व्यवस्था और बंदियों की स्थिति का जायजा लिया। यह निरीक्षण उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और बोर्ड ऑफ विजिटर्स द्वारा किया गया।
प्रधान जिला न्यायाधीश के नेतृत्व में हुआ निरीक्षण
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष और प्रधान जिला न्यायाधीश शक्ति सिंह राजपूत के नेतृत्व में यह निरीक्षण संपन्न हुआ उनके साथ कलेक्टर जन्मेजय महोबे और पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय भी मौजूद रहे । निरीक्षण के दौरान सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मनोज कुमार कुशवाहा, एएसपी उमेश कुमार कश्यप, एसडीएम सुब्रत प्रधान, सहायक जेल अधीक्षक डी.डी. टोंडर, डिप्टी कलेक्टर देवेंद्र चौधरी, उप संचालक समाज कल्याण पवन कोसमा सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे ।
हर बैरक में जाकर देखी गई स्थिति
अधिकारियों ने जेल के हर बैरक में जाकर बंदियों से बातचीत की और उनकी मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली। रहने की व्यवस्था, सफाई, रोशनी, पानी और शौचालय जैसी जरूरतों को जांचा गया। बंदियों ने कुछ सामान्य समस्याएं भी बताईं जिन्हें संबंधित अधिकारियों ने नोट किया और जल्द समाधान का आश्वासन दिया।
खानपान और स्वास्थ्य की जांच की गई
निरीक्षण में जेल में दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता, पाकशाला की स्वच्छता, और अस्पताल की व्यवस्था भी जांची गई । बंदियों के इलाज की स्थिति, दवाओं की उपलब्धता और इमरजेंसी व्यवस्था पर भी ध्यान दिया गया। निरीक्षण दल ने खाना बनते समय उसकी प्रक्रिया को देखा और कुछ नमूने भी जांचे।
कानूनी सहायता और शिकायत प्रणाली की समीक्षा
जेल में मौजूद लीगल एड क्लिनिक, जमानत व अपील की जानकारी, शिकायत पेटी की स्थिति तथा किशोर बंदियों की पहचान जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं को भी अधिकारियों ने जांचा। लीगल एड क्लिनिक से अब तक कितने बंदियों को मदद मिली, इसकी भी जानकारी ली गई।
डिजिटल सुविधाएं और संपर्क व्यवस्थाएं देखी गईं
बंदी कॉलिंग की सुविधा, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम और मुलाकात केंद्र की स्थिति की भी विस्तार से समीक्षा की गई। अधिकारियों ने देखा कि क्या सभी बंदियों को अपने परिजनों से संपर्क करने का बराबर अवसर मिल रहा है और क्या डिजिटल माध्यम से कोर्ट पेशी सुचारु रूप से हो रही है ।