
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के धरसींवा क्षेत्र से एक शर्मनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। काम दिलाने के बहाने एक महिला को पहले घर बुलाकर छेड़छाड़ की गई और जब वह वहां से बचकर भागी, तो मदद मांगने पहुंची सेलून में उसे 16 घंटे तक बंदी बनाकर दुष्कर्म का शिकार बनाया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
काम का झांसा देकर ले गया घर, की छेड़छाड़ की कोशिश
30 जून को सांकरा निवासी शिव घृतलहरे नामक युवक ने एक गरीब मजदूर महिला को काम दिलाने का झांसा देकर ऑटो में अपने साथ सांकरा ले गया। महिला को उसने अपने घर में बुलाया, जहां उसके साथ छेड़छाड़ और जबरदस्ती करने की कोशिश की। महिला किसी तरह खुद को बचाकर वहां से भाग निकली और मदद के लिए नजदीकी दुकान में पहुंची।
मदद मांगने गई तो दूसरा दरिंदा बन गया भेड़िया
महिला पास की “खुशी हेयर ड्रेसर” नामक दुकान में मदद मांगने पहुंची, लेकिन वहां मौजूद संचालक योगेश सेन ने इंसानियत को शर्मसार करते हुए महिला को अंदर बुलाया और शटर बंद कर दिया। आरोपी ने महिला का मोबाइल छीना और उसे 16 घंटे तक अंदर बंदी बनाकर दुष्कर्म किया। यह अमानवीय हरकत 30 जून दोपहर 2 बजे से 1 जुलाई सुबह 6 बजे तक चलती रही।
पीड़िता की बच्चियों ने खोजते हुए मां को बचाया
महिला के इतने समय तक गायब रहने पर उसकी छोटी बच्चियां उसे ढूंढते हुए सांकरा पहुंचीं। किसी तरह महिला खुद को छुड़ाकर बच्चियों के साथ सिलतरा पुलिस चौकी पहुंची और पूरे मामले की जानकारी दी। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने बिना देर किए महिला को चिकित्सा परीक्षण के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, धरसींवा भेजा।
दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी, पुलिस की तत्परता
सिलतरा पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर तत्काल एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। दोनों आरोपियों – शिव घृतलहरे और योगेश सेन को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जहां उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया। पुलिस ने उन्हें न्यायिक रिमांड में भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।
पुलिस का बयान: पीड़िता को मिलेगा न्याय, होगी कड़ी कार्रवाई
धरसींवा पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में पूरी संवेदनशीलता और गंभीरता के साथ कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों पर सख्त धाराओं में केस दर्ज कर न्यायिक प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है। साथ ही महिला को हर संभव सहायता और संरक्षण देने की बात भी कही गई है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि इस तरह की घटनाओं की जानकारी तुरंत दें, ताकि दोषियों को बख्शा न जा सके।