राजपत्रिका : बम्हनीडीह में 11 लाख 80 हजार की झूठी लूट का खुलासा, प्रार्थी ही निकला मास्टरमाइंड

बम्हनीडीह : थाना में दर्ज की गई 11 लाख 80 हजार रुपये की कथित लूट का पर्दाफाश हो गया है। पुलिस जांच में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि लूट की झूठी कहानी खुद शिकायतकर्ता ने रची थी। आरोपी युवक का नाम दीपेश देवांगन (25 वर्ष) है, जो भारी कर्ज में डूबा हुआ था और रकम हड़पने के लिए उसने यह फर्जी लूट की साजिश रची थी।
पर्सनल कर्ज में डूबा था दीपेश, लूट का बनाया नाटक
जांच में पता चला कि दीपेश देवांगन मार्केट में लाखों रुपये का कर्जदार था। पैसे चुकाने का कोई रास्ता न देख वह खुद ही अपराधी बन बैठा। उसने योजना बनाकर खुद से जुड़ी नकली लूट की कहानी गढ़ी और थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। उसका मकसद था कि रकम को खुद रख ले और लोगों को लूट की झूठी कहानी पर यकीन दिला दे।
बयान में बार-बार उलझा, पुलिस को हुआ शक
दीपेश ने थाने में दर्ज शिकायत में दावा किया था कि दोपहर 1 बजे बम्हनीडीह-पूछेली मार्ग पर तीन लोगों ने बाइक से आकर उससे रकम लूट ली। लेकिन पूछताछ के दौरान वह बार-बार अपना बयान बदलता रहा। उसके चेहरे पर न कोई तनाव था, न घबराहट, और न ही उसने बाइक का नंबर देखा था, न आसपास किसी को शोर मचाया था। पुलिस को शुरुआत से ही उसकी बातों पर शक था।
CCTV, मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल से हुआ भंडाफोड़
बम्हनीडीह पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के CCTV फुटेज खंगाले, मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स की गहराई से जांच की। धीरे-धीरे दीपेश की कहानी में झूठ के तार जुड़ने लगे। आखिरकार सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि उस पर काफी कर्ज था, इसलिए उसने यह योजना बनाई थी।
अब खुद के जाल में फंसा दीपेश, पुलिस कर रही आगे की कार्रवाई
पुलिस ने दीपेश देवांगन के खिलाफ धोखाधड़ी, झूठी सूचना देने और सरकारी तंत्र को गुमराह करने की धाराओं में अपराध दर्ज कर लिया है। उसे हिरासत में लेकर आगे की पूछताछ की जा रही है कि उसने पैसे कहां छिपाए या किसे दिए। इस घटना ने यह भी साबित कर दिया कि पुलिस की सख्त और सूक्ष्म जांच प्रणाली अब झूठे मामलों को पकड़ने में पूरी तरह सक्षम है।