करनौद सबरिया डेरा की अवैध शराब फैक्ट्री पर एसपी के आदेश के बाद ताबड़तोड़ कार्यवाही, बिर्रा पुलिस की पोल खुली

थाना के एक आरक्षक शराब तस्करों से लेते है पैसा, बदले में संरक्षण ?
बम्हनीडीह : जिला जांजगीर चांपा के बिर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत करनौद सबरिया डेरा में लंबे समय से चल रही अवैध महुआ शराब की फैक्ट्री पर आखिरकार पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय के निर्देश पर गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की गई इस कार्रवाई ने न केवल अवैध शराब कारोबार का पर्दाफाश किया, बल्कि बिर्रा पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं करनौद सबरिया डेरा में वर्षों से अवैध शराब बनाकर बेचे जाने की शिकायतें मिल रही थीं, लेकिन बिर्रा पुलिस की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया था लगातार शिकायतें मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय ने खुद इस मामले में दखल देते हुए चांपा एसडीओपी और बम्हनीडीह बिर्रा पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर गुरुवार को अचानक छापेमारी करवाई कार्रवाई के दौरान पुलिस ने वहां बड़ी मात्रा में महुआ लहान, शराब बनाने के उपकरण और पैकिंग सामग्री बरामद की मौके पर मौजूद लाहन और कच्ची शराब को नष्ट कर दिया गया।
करनौद सबरिया डेरा से मिले शराब बनाने के उपकरण
पुलिस कार्रवाई में तीन बड़े शराब निर्माण उपकरण जप्त किए गए। इसके अलावा भारी मात्रा में महुआ लहान और अवैध शराब को मौके पर ही नष्ट किया गया। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि सबरिया डेरा में बने शराब की थोक सप्लाई करनौद, तालदेवरी, बिर्रा, संजय नगर और सेमरिया तक होती थी। मोटरसाइकिल के जरिए छोटे-छोटे विक्रेताओं तक शराब पहुँचाई जाती थी। ग्रामीणों के अनुसार, यह कारोबार लंबे समय से बिर्रा पुलिस की जानकारी में था, लेकिन कार्रवाई नहीं की जा रही थी।
बिर्रा थाना का आरक्षक शराब तस्करों से लेते है पैसा और देते है बदले में संरक्षण
स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बिर्रा थाना में पदस्थ एक आरक्षक अवैध शराब कारोबारियों से नियमित रूप से पैसे लेकर उन्हें संरक्षण दे रहा है जब भी किसी उच्च अधिकारी या बाहरी टीम द्वारा कार्रवाई की योजना बनाई जाती, तो वही आरक्षक शराब तस्करों को पहले से सूचना दे देता है इससे शराब कारोबारी पुलिस के पहुँचने से पहले ही अपना सारा सामान समेटकर मौके से फरार हो जाते है यही कारण है कि लंबे समय से इस फैक्ट्री पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही । ग्रामीणों ने बताया कि आरक्षक और कुछ स्थानीय तस्करों के बीच सीधा आर्थिक लेन-देन होता है इस खुलासे के बाद बिर्रा थाना की निष्पक्षता पर सवाल उठना स्वाभाविक है ।
बिर्रा थाना क्षेत्र बना अपराधों का गढ़
बिर्रा थाना क्षेत्र में अपराधों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है पिछले कुछ महीनों में मारपीट, चोरी, और अवैध शराब जैसे अपराध तेजी से बढ़े हैं कुछ ही समय पहले करही गांव में हुई मारपीट की घटना ने लोगों को दहशत में डाल दिया था ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में पुलिस की गश्त बहुत कम है और कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जाती लोगों ने आरोप लगाया है कि बिर्रा थाना की लापरवाही के कारण अपराधी बेखौफ होकर गतिविधियां चला रहे हैं ।
एसपी की मुहिम पर बिर्रा पुलिस का रवैया पानी फेर रहा
पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय जिले के सबरिया समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ने की पहल कर रहे हैं, लेकिन बिर्रा पुलिस का ढीला रवैया और संरक्षण के आरोप इस मुहिम पर पानी फेर रहे हैं क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर संबंधित पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि पुलिस की साख बहाल हो और क्षेत्र में कानून का राज कायम हो सके ।