राजपत्रिका : जांजगीर चांपा पुलिस ने दिखाया अद्भुत समर्पण और सूझबूझ – विजय कुमार पांण्डेय

जांजगीर चांपा : बिर्रा थाना क्षेत्र के ग्राम करही के उपसरपंच महेंद्र बघेल के लापता होने की सूचना से शुरू हुआ मामला जिले भर के लिए चुनौती बन गई था । 06 सितंबर 2025 की रात्रि से पुलिस ने लगातार आरोपियों की तलाश शुरू की और जल्द ही हत्या का मामला सामने आया । आरोपियों ने उपसरपंच की हत्या कर शव को महानदी में बहा दिया था, जिसकी बरामदगी असंभव सी लग रही थी ।
पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उप पुलिस अधीक्षक आजाक, थाना बिर्रा, शिवरीनारायण, बम्हनीडीह, कोतवाली, पुलिस लाइन, नगर सेना गोताखोर, फॉरेंसिक टीम सहित जिले भर के अधिकारी-कर्मचारी एकजुट होकर कार्रवाई में जुट गए । करीब 30-35 किलोमीटर क्षेत्र में ग्रामीणों से संपर्क, ड्रोन कैमरे से गहन खोजबीन और निरंतर दबाव में भी कानून व्यवस्था बनाए रखना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी ।
मासूम परिवार के आंसुओं और ग्रामीणों की चिंताओं को समझते हुए पुलिस ने उत्कृष्ट समर्पण व धैर्य का परिचय दिया । रणनीतिक कार्यवाही के तहत महेंद्र बघेल का शव महानदी के बीच स्थित टापू से बरामद किया गया । इसके बाद विधिक प्रक्रिया पूरी कर शव को परिजनों को सौंपा गया, जिससे परिवार ने शांति पूर्वक अंतिम संस्कार संपन्न किया ।
इस कार्यवाही में अपराधियों को गिरफ्तार कर साक्ष्य जुटाए जाने के साथ-साथ ग्रामीणों का विश्वास पुनः प्राप्त किया गया । एसपी विजय कुमार पांडेय ने इस उपलब्धि को पूरे पुलिस बल की प्रेरणा बताते हुए उनके त्याग, मेहनत और सूझबूझ की प्रशंसा की ।
यह सफलता न केवल एक कानूनी कार्यवाही है, बल्कि यह जांजगीर-चांपा पुलिस का जनसंपर्क, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का परिचायक भी बन गई है । कठिन परिस्थितियों में एकजुट होकर साहस और परिश्रम से कार्य करने का यह उदाहरण आने वाले समय के लिए प्रेरणास्त्रोत रहेगा ।