राजपत्रिका : 20 लाख की मरम्मत के बाद भी अस्पताल बना तालाब, बम्हनीडीह स्वास्थ्य केंद्र में डूबा इलाज

भाजपा मंडल अध्यक्ष ने की नाव की मांग, मरीज बोले इलाज बाद में पहले लाइफ जैकेट दो
बम्हनीडीह : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बम्हनीडीह में भारी बारिश के बाद पूरा परिसर पानी में डूब गया। पानी सिर्फ बाहर तक सीमित नहीं रहा बल्कि ओपीडी, कंप्यूटर रूम, डिलीवरी रूम, डॉक्टर ऑफिस और मरीजों के वार्ड तक पहुंच गया । हालात इतने खराब हैं कि अस्पताल के भीतर शौचालय का गंदा पानी भी फैल गया है, जिससे गंध और संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है ।
भाजपा मंडल अध्यक्ष आशीष तिवारी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अब मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने के लिए नाव की व्यवस्था करनी चाहिए उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि यह स्थिति लापरवाही और भ्रष्ट कार्यों का नतीजा है अस्पताल पहुंचने के लिए तैरकर जाना पड़ रहा है, जो खुद एक बड़ा मज़ाक बन चुका है ।

20 लाख की लागत से हुआ था मरम्मत कार्य, निकासी व्यवस्था फेल
कुछ महीने पहले ही इस अस्पताल में 20 लाख रुपए की लागत से मरम्मत और नवीनीकरण कार्य हुआ था, लेकिन बारिश ने सारे दावे और योजनाएं बहा दिए । ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया है, पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है । लोगों का आरोप है कि यह काम सिर्फ दिखावा था, असल में कोई स्थायी सुधार नहीं हुआ ।

“बीमारी ठीक करवाने आए हैं, और बढ़ाने नहीं” – मरीज
अस्पताल में भर्ती मरीज और उनके परिजन बेहद नाराज़ हैं मरीजों ने कहा कि वे इलाज कराने आए थे लेकिन यहां तो बीमारियां और बढ़ जाएंगी शौचालय का पानी इलाज कक्षों तक पहुंच गया है । संक्रमण का भय हर किसी को सता रहा है कई मरीजों ने कहा कि यदि जल्द व्यवस्था नहीं सुधरी तो वे इलाज बीच में छोड़कर वापस लौट जाएंगे ।

स्थानीय प्रशासनिक चुप्पी पर सवाल, कार्रवाई की मांग तेज
स्थानीय लोग, जनप्रतिनिधि और मरीज लगातार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन अब तक किसी जिम्मेदार अधिकारी ने अस्पताल का दौरा तक नहीं किया । लोगों ने स्वास्थ्य विभाग और जनपद प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है । सवाल यह भी उठ रहा है कि मरम्मत कार्य में लगाए गए 20 लाख रुपए आखिर कहां गए, और कौन जवाबदेह होगा इस स्वास्थ्य संकट के लिए ।