राजपत्रिका : किसानों को बड़ी सौगात, एक साल में खाते में सरकार ने भेजे 52 हजार करोड़ रुपये, इन योजनाओं का मिला लाभ

रायपुर: छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार ने शुक्रवार को किसानों को एक और सौगात दी। धान खरीदी में अंतर की राशि के 800 रुपये प्रति क्विंटल अंतर की राशि किसानों के खाते में ट्रांसफर कर दी है। सरकार ने एक साल के भीतर छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों के खाते में 52 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं। एक साल के भीतर ही समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में 34 हजार 500 करोड़ रुपये और कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत 12 हजार करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसके अलावा दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना के तहत करीब 500 रुपये की राशि जारी की है।
इसके अलावा मोदी सरकार की किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत 1735 करोड़ रुपये की राशि भी किसानों के खाते में दी गई है। धान खरीदी के एक सप्ताह के अंतर्गत की सरकार ने किसानों के खाते सरकार ने पैसा भेज दिया। बता दें कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी 14 नवंबर से 31 जनवरी तक समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की गई थी।
3100 रुपये था धान का समर्थन मुल्य
छत्तीसगढ़ में धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये है। धान का उचित मूल्य मिलने से किसानों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई और इस साल 25 लाख 72 हजार किसानों ने 149 लाख 25 हजार मीट्रिक टन रिकॉर्ड धान बेचा। छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष में 25 लाख से अधिक किसानों ने धान बेची है। साय सरकार की 5 एचपी के कृषि पंपों को निःशुल्क विद्युत प्रदाय करने की योजना अंतर्गत 2707 करोड़ रुपये का व्यय किया गया है। इसके साथ ही सोलर पंपों हेतु 200 करोड़ रुपये के सहायक अनुदान दिये गये हैं। कृषि पंपों के ऊर्जीकरण के लिए 200 करोड़ रुपए का व्यय किया गया है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत 304 करोड़ रुपये का व्यय किया गया है। कृषक समग्र विकास योजना अंतर्गत 94 करोड़ रुपये का व्यय किया गया है। सब्जी लगाने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने शाकम्बरी योजना चलाई जाती है इस पर 9 करोड़ रुपए का व्यय किया गया है और 7323 किसान लाभान्वित हुए हैं। साय सरकार तेजी से खेती के आधुनिकीकरण के लिए काम कर रही है।
एग्रीकल्चर एक्सटेंशन पर 18 करोड़ खर्च
साइल हेल्थ कार्ड के होने से किसानों को तकनीकि का लाभ मिल रहा है। 1 लाख 45 हजार किसानों को स्वाइल हेल्थ मैनेजमेंट योजना अंतर्गत लाभान्वित किया गया है। इस पर 5 करोड़ का व्यय आया है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में 24 करोड़ रुपए व्यय किये गये हैं। इस योजना से 13 हजार से अधिक किसानों को लाभ मिल रहा है। कृषि विकास योजना से 24 हजार से अधिक किसानों को लाभ मिला है। इस पर 18 करोड़ रुपए व्यय किया गया है। इसी तरह एग्रीकल्चर एक्सटेंशन पर भी 18 करोड़ रुपए का व्यय किया गया है और इससे 8 हजार से अधिक किसान भाइयों को लाभ हुआ है।