बम्हनीडीह

राजपत्रिका : नगर पंचायत बम्हनीडीह चुनाव : अध्यक्ष पद के दावेदारों में असामाजिक और निष्क्रिय चेहरों की भीड़, जनता में नाराजगी

बम्हनीडीह  :  नगर पंचायत बम्हनीडीह में पहली बार हो रहे चुनाव को लेकर माहौल गर्म है, लेकिन इस बार चुनावी समर में जो चेहरे सामने आ रहे हैं, उन्हें देखकर गांव के लोग चौंक गए हैं जो लोग सालों से गांव की समस्याओं से दूर थे, अब वे हर घर में दस्तक दे रहे हैं ।


निष्क्रिय लोगों की अचानक चुनावी सक्रियता से जनता नाराज़

गांव के नागरिक बताते हैं कि जिन लोगों को कभी किसी सामाजिक या विकास के कार्य में नहीं देखा गया, वे अब “समर्पित सेवक” बनकर सामने आ रहे हैं । लंबे समय से जो लोग गांव में नहीं दिखते थे, वे अब हर रोज गलियों में घूमते नजर आ रहे हैं । लोगों का कहना है कि यह दिखावटी जुड़ाव सिर्फ वोट के लिए है, असल में न तो इनका कोई जनसेवा से लेना-देना रहा है और न ही कोई साफ नीयत ।


नगर पंचायत की सफाई का श्रेय हथियाने की होड़

चुनावी माहौल में कई तथाकथित नेता खुद को नगर की सफाई का जिम्मेदार बता रहे हैं चाहे वो बाजार मोहल्ला हो या पटेल मोहल्ला लेकिन हकीकत यह है कि सफाई नगर पंचायत की नियमित प्रक्रिया है, जिसे अब कुछ लोग प्रचार के लिए उपयोग कर रहे हैं । जगह-जगह झाड़ू लगवाकर फोटो खिंचवाने और सोशल मीडिया पर प्रचार करने की होड़ मच गई है जबकि हकीकत यह है कि बीते वर्षों तक नालियां जाम, कचरा फैला और गंदगी के कारण लोग बीमार होते रहे तब ये नेता कहां थे ?


अवैध रेत उत्खनन करने वालों के खिलाफ लोगों में गुस्सा

बम्हनीडीह की नदी से सालों से हो रहे अवैध रेत उत्खनन ने न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया, बल्कि गांव के जलस्तर को भी गिरा दिया । भारी वाहनों की आवाजाही से सड़कें जर्जर हो गईं । अब यही रेत माफिया और उनके करीबी चुनाव लड़ने की कोशिश में हैं लेकिन गांव के लोगों ने ठान लिया है वे ऐसे लोगों को वोट नहीं देंगे, ग्रामीणों का कहना है “जिन्होंने गांव को लूटा है, उसे अब पंचायत में नहीं घुसने देंगे,”

चुनाव में चेहरों से ज़्यादा चरित्र परखने की बात कह रहे ग्रामीण

गांव में आम जनता अब चेहरे नहीं, चरित्र देख रही है, गांव की महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों ने साफ कहा है कि इस बार वे उन्हीं को वोट देंगे जो वाकई में गांव की सेवा में लगे रहे हैं, न कि उन्हें जो सिर्फ चुनाव आते ही घर से निकलते हैं । लोग कह रहे हैं “जिन्होंने हमारे बच्चों की सेहत, गांव की नदियों और सड़कों को नुकसान पहुंचाया है, अब उन्हें गांव की बागडोर नहीं देंगे”

निष्कर्ष

” बम्हनीडीह की पहली नगर पंचायत चुनाव एक बड़े बदलाव की ओर इशारा कर रही है, लेकिन यह बदलाव तभी सार्थक होगा जब जनता वोट सोच-समझकर दे । निष्क्रियता, स्वार्थ, और माफियागिरी को नकारते हुए यदि गांव सही नेतृत्व चुनेगा, तभी बम्हनीडीह का भविष्य साफ और सुरक्षित होगा ”

– आकाश वैष्णव  📝

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