जांजगीर चांपा

राजपत्रिका : PART – 6 वाहवाही बटोरने का नया तरीका, जिनके पैसों से कमाए करोड़ों उन्हें बांट रहा चिल्हर

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जांजगीर चांपा  :  लंबे समय से पीयूष जायसवाल द्वारा लोगों के जीवन भर की जमा पूंजी को ठग करके हड़पने के बाद अब लोगों को अपने पैसों के बदले चिल्हार मिल रहा है मिली जानकारी के अनुसार पीयूष ने जिन-जिन इन्वेस्टरों से पैसे लिए थे उन्हें अब अपने लाखों करोड़ों के बदले चंद पैसे ही मिल पा रहे हैं । जिन लोगों ने चंद पैसों के लालच में आकर पियूष को पैसे दिए थे उनको अच्छा धोखा मिला है कि उसने पैसा लेने के समय तो पीयूष ने नोटो की गड्डी के साथ पैसा लिया था थैला भर भर के पैसा लिया था पर जब लौटाने की बारी आई तो पीयूष के हाथ से चिल्लर पैसे भी निकलना मुश्किल हो रहा है ।


बात हुई थी पैसे लौटाने की कितना लौट आऊंगा वह मेरे मर्जी !!!


आपको बता दें कि पीयूष ने पैसा वापस करने की बात तो कही थी लेकिन उस पैसे का मतलब सिर्फ चिल्हार नजर आ रहा है जिन लोगों से पीयूष को लाखों करोड़ लिए थे उन्हें वह 5-10 हजार देकर शांत करवाना चाह रहा है । जिस पर लोगों ने कहा कि इतना समय इंतजार करने के बावजूद पीयूष पैसा देकर सिर्फ वाहवाही बटोर रहा है कि वह पैसा वापस कर रहा है जो पैसा उनके कोई काम नहीं आएगा । जिस पर पीयूष ने लोगों के मुंह पर कह दिया है कि मैं आप लोगों का पैसा ऐसे ही दूंगा लेना है तो लो वरना मत लो ।


डेढ़ साल में पूरे पैसे वापस करने की दी थी गारंटी


दरअसल पीयूष ने अपने गृह ग्राम में मीटिंग रखा था जिसमें करीबन 500 लोग आए थे उन सभी लोगों के सामने पीयूष ने कहा था कि मैं आप सभी का पैसा डेढ़ साल के अंदर वापस कर दूंगा पीयूष के इस बात में उसके परिजनों ने भी हमें भरी थी । अब उसे बात को हुए करीबन 4 महीना हो चुका है लेकिन फिर भी लोगों को अपने लाखों करोड़ों के बदले चंद पैसे नहीं मिले हैं और जिन्हें मिले भी हैं उन्होंने कहा कि उनके द्वारा इतने पैसे दिए जा चुके हैं कि उन पैसों के आगे यह 5-10 हजार रुपए कोई मायने नहीं रखता ।


गरीबों के पास कोई दूसरा उपाय नहीं


पीयूष के लग्जरी लाइफ़स्टाइल को देखकर सभी ने धोखा खाया और जिन इन्वेस्टरो ने उसको पैसा दिया था सब के पैसे अब पानी में डूबते नजर आ रहे हैं । पीयूष को पैसा देने वालों में आधे से ज्यादा निम्न वर्ग के लोग हैं जिनके पास रहने के लिए घर तक नहीं है वह किराए के घर में रहते हैं और रोजी मजदूरी करने जाते हैं पीयूष ने उन लोगों को अपने फर्जीवाड़ा में शामिल कर लिया निम्न वर्ग के लोग जो रोजाना 250/300 रोजी कमाते हैं उनके मन में यह आया कि हम कुछ पैसे की उसके पास जमा कर देंगे तो जो महीने का ब्याज आएगा उससे हमें रोजी मजदूरी नहीं करनी पड़ेगी और हमारा जीवन जीना आसान हो जाएगा पर फिर क्या था उनकी लालच को पीयूष ने समझ कर पीयूष ने उन लोगों को भी धोखा देते हुए उनके पैसे भी खा बैठा।  जिससे निम्न वर्ग के लोगों ने कहा कि अब हमारे पास कोई अन्य रास्ता नजर नहीं आ रहा है हम ना जी पा रहे हैं ना मर पा रहे हैं ।

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