बम्हनीडीह

राजपत्रिका : विद्या के मंदिर में बच्चों से मजदूरी : खपरीडीह स्कूल में शिक्षिका ने मासूमों के हाथों में पेन कापी की जगह पकड़ा दिया फावड़ा

बम्हनीडीह  :  शासन की नीतियां बच्चों को शिक्षा का अधिकार देती हैं पर ब्लॉक मुख्यालय बम्हनीडीह अंतर्गत ग्राम पंचायत खपरीडीह के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में ये अधिकार मज़ाक बन गया है यहां पढ़ने आने वाले मासूम बच्चों से फावड़ा, झाड़ू और गैती उठवाकर सफाई कराई जा रही है ग्रामीणों ने इसका वीडियो बनाकर उजागर किया, जिसमें बच्चे ज़मीन पर झाड़ू लगाते और मिट्टी खोदते दिख रहे हैं यह दृश्य किसी विद्यालय का नहीं, बल्कि मजबूरी और शोषण की तस्वीर दिखा रहा है गरीब परिवारों के बच्चे जिनके माता-पिता खेतों में मजदूरी करते हैं अब स्कूल में भी वही कर रहे हैं जो घर के बाहर करते हैं मजदूरी ।

स्वयं खड़े होकर बच्चों से काम करवाती प्रधान पाठिका

शिक्षा की जगह मजबूरी, बच्चे बोले पढ़ाई नहीं, काम करवाते हैं

गांव के लोगों ने बताया कि अब स्कूल में बच्चों से सफाई और अन्य काम करवाना आम हो गया है बच्चे स्कूल जाने से डरने लगे हैं क्योंकि वहां उनसे पढ़ाई के बजाय झाड़ू-पोंछा और मिट्टी उठाने जैसे काम कराए जाते हैं कई बच्चों ने अपने पालकों से शिकायत की कि उन्हें रोजाना साफ-सफाई करवाया जाता है और पढ़ने का समय नहीं मिलता कई बार सफाई करते हुए बच्चों को चोट भी लग चुकी है, जिससे वे शाला से अनुपस्थित रहने लगे हैं ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी वर्षों से इस स्थिति से अनजान बने हुए हैं जबकि बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है ।

प्रधान पाठिका का बचाव, लेकिन वीडियो में झूठ बेनकाब

जब प्रधान पाठिका अन्नपूर्णा शुक्ला से बच्चों से काम करवाने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने सफाई दी कि यह बाल दिवस के उपलक्ष्य में की जा रही बच्चों और शिक्षकों के साथ सामूहिक सफाई थी लेकिन वीडियो ने उनका बचाव झूठा साबित कर दिया वीडियो में केवल कुछ बच्चों को सफाई करते हुए देखा गया जबकि बाकी कक्षाओं में पढ़ाई जारी थी प्रधान पाठिका खुद बच्चों को इशारा करते और ठीक से साफ करो कहते नजर आईं सवाल उठता है अगर यह सामूहिक सफाई थी, तो बाकी शिक्षक और छात्र कहां थे ग्रामीणों ने कहा कि प्रधान पाठिका लंबे समय से बच्चों से काम करवाती रही हैं और शिकायत करने पर भी कोई असर नहीं होता ।

पहले भी सामने आ चुका है ऐसा मामला, पर नहीं सुधरा तंत्र

बम्हनीडीह ब्लॉक में ही सिलादेही स्कूल के शिक्षक गोपी कुमार तिवारी को जुलाई में बच्चों से निजी खेत का काम करवाने पर निलंबित किया गया था उस वक्त जिला पंचायत उपाध्यक्ष गगन जयपुरिया ने खुद मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करवाई थी लेकिन इतनी बड़ी घटना के बावजूद शिक्षा विभाग ने सबक नहीं लिया आज वही गलती दोबारा दोहराई जा रही है शासन के आदेशों को दरकिनार कर शिक्षक बच्चों से काम करवाने में शर्म महसूस नहीं करते ।

ग्रामवासियों का आक्रोश, कार्रवाई नहीं हुई तो होगा आंदोलन

ग्राम खपरीडीह के रहवासियों ने इस मामले में कड़ी नाराजगी जताई है ग्रामीणों ने शासन और शिक्षा विभाग से तत्काल जांच कर प्रधान पाठिका अन्नपूर्णा शुक्ला को हटाने की मांग की है पालकों ने चेतावनी दी है कि अगर बच्चों से मजदूरी करवाने वालों पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो वे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे और ब्लॉक मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन करेंगे ग्रामीणों ने कहा कि जो शिक्षक शिक्षा के मंदिर को अपमानित कर रहे हैं, उन्हें सेवा में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है अब देखना यह है कि शिक्षा विभाग बच्चों की पीड़ा सुनता है या फिर अपनी आंखें एक बार फिर बंद रखता है ।

वर्जन

” जिला शिक्षा अधिकारी को जांच कर कड़ी कार्यवाही करने बोलता हु “

जन्मजेय महोबे
कलेक्टर जांजगीर चांपा
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कुछ पालकों ने मुझे बताया की स्कूल में मैडम के द्वारा छोटे छोटे बच्चों के हाथों में फावड़ा पकड़ा कर उनसे स्कूल में साफ सफाई कराया जा रहा था जो पुरी तरह से गलत है बच्चों से किसी तरह का काम नहीं कराना चाहिए इस संबंध में उच्च अधिकारियों से मैडम की शिकायत किया जायेगा और कार्यवाही करने की मांग करेंगे ।

शंभू दास महंत
अध्यक्ष शाला विकास समिति खपरीडीह

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